खाद रसद विभाग के सबसे बड़ा घोटाला का हुआ पर्दाफाश,आजमगढ़ से चला हरदोई में हुवा गिरफ्तार
आजमगढ़ जिले के खाद्य और रसद विभाग महाराजगंज एफ सी आई गोदाम का है जहां पर अभी 120 बोरी चावल कालाबाजारी का अभी खुलासा ही नहीं हुवा था और ना ही खाद्य रसद विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का पेट भर नही पाया था। जांच ही चल ही रही है। तब तक लगभग 630 बोरी धान उसी महाराजगंज एफ सी आई गोदाम से ट्रक लादकर चला जिसका नंबर यूपी 50 ए टी 2320 है। जो आजमगढ़ से निकलकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से लखनऊ होते हुवे हरदोई की गल्ला मंडी से 4 बजे भोर में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सरकार के लाख लगातार प्रयासों के बाद भी दाद देना पड़ेगा इस आजमगढ़ के खाद्य रसद विभाग के अधिकारियों कर्मचारी को जो खाद्यान्न के कालाबाजारी में लूट खसोट का मामला थमने का नाम नही ले रहा है।
यह घटना हृदय को झकझोर देने वाली घटना है जो महाराजगंज एफसीआई गोदाम से माल लादकर हरदोई लगभग 400 किलोमीटर दूर गल्ला मंडी में बेचने के फिराक में था तब तक हरदोई पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ड्राइवर सहित रंगे हाथ दबोच लिया है मामले की जांच खाद्य रसद विभाग द्वारा की जा रही है। जब की ड्राइवर ने बयान भी दिया है कि मैं धान महाराजगंज एफसीआई गोदाम से लादा हूं और हमको हरदोई की गल्ला मंडी में ले आने के लिए कहा गया था जहां पर पुलिस ने हमको गिरफ्तार कर लिया है मामला उसी आजमगढ़ महराजगंज गोदाम का है जिस पर 120 बोरी चावल की कालाबाजारी मामले में निर्दोष ड्राइवर और व्यवसाई पर ही कार्रवाई हुई थी लेकिन आज तक खाद्य रसद विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की मिली भगत से यह नहीं पता चल पाया कि यह खाद्यान आया कहां से है। जब कि प्रथम दृष्टया आरोपी तो वही होता है जहाँ से खाद्यान लड़ा हो, लेकिन आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई यह कालाबाजारी में भी देखना यह है कि क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी या लीपापोती ही की जाएगी सरकार द्वारा नियत मानक यह है कि क्रय केंद्र द्वारा धान खरीदा गया वही भेजा जा सकता है जहां पर उस धान क्रय केंद्र द्वारा संबंधित मिल रजिस्टर हो। जब की जिला खाद्य विपणन अधिकारी गोबिंद उपाध्याय के द्वारा सूचना प्राप्त की गई तो महाराजगंज में अटैच सिंह राइस मिल हुसेपुर, उमा राइस मिल महराजगंज, मां धनेश्वरी राइस मिल जुनेदगंज, नवरात्रा समिति ताजोपुर मऊ, सेल लिमिटेड, फतेउल्लाहपुर गाज़ीपुर को ही भेजा जाना चाहिए लेकिन दाग देना पड़ेगा अधिकारियों कर्मचारियों को जो आजमगढ़ से400 किलोमीटर दूर गल्ला मंडी में धान की सरेआम बिक्री की जा रही है। इसके बावजूद अब यह देखना है कि जांच में खुलकर क्या आता है दोसी भरस्ट अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई होती है या फिर लीपा पोती ही की जाती है।
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