प्रदूषण भरी दुनिया में पार्क में टहलना स्वर्ग के समान है-डीआईजी रजनीश लंबा
संजय सिंह
गोरखपुर। 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस एवं बाल दिवस के अवसर पर मित्तल आई हॉस्पिटल बेतियाहाता द्वारा एक्टिव वॉक का आयोजन किया गया जिसमें बहुत से लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
इस आयोजन का लक्ष्य लोगों में शुगर के प्रति और उससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता लाना था, साथ ही साथ बच्चों में बढ़ रहे आंखों की समस्याएं के प्रति लोगों को जागरूक करना था। इस मौके पर डीआईजी एसएसबी रजनीश लांबा ने लोगों के साथ एक्टिव वॉक करके लोगों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने हॉस्पिटल के प्रयास की सराहना करते हुए लोगों से कहा कि आप सभी लोग रोज पार्क आएं और वॉक करें । ये पार्क्स हमारे लिए फेफड़ों की भांति है , आज के इस प्रदूषण के माहौल में यह स्वर्ग के समान है। आपका शरीर ही है जो हमेशा आपके साथ रहेगा , उसे स्वस्थ रखें उसका ध्यान रखें । वहां उपस्थित आईएमए के अध्यक्ष डॉ शिव शंकर शाही ने एक्टिव वॉक में सहभागिता निभाते हुए वहां उपस्थित लोगों से बात चीत की। कहाकि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो मरीज को सर से पांव तक प्रभावित कर सकती है और थोड़ी सी सावधानी और दिनचर्या में बदलाव लाकर हम इसे कंट्रोल कर सकते हैं ।
बच्चों के आंखों के विशेषज्ञ डॉ अमित मित्तल ने बताया कि पिछले दो वर्षो में बच्चों में दृष्टि दोष की समस्या बढ़ी है ।लगभग 30% बच्चों के दृष्टि दोष पाता जा रहा है और यह संख्या बढ़ ही रही है। हमें बच्चों को बाहर निकाल कर खेलने को प्रेरित करना चाहिए । हाल के अध्ययन में पाया गया है कि सुबह की धूप के संपर्क में आने से बच्चों में माइनस नंबर कम बढ़ता है । बच्चों में विटामिन डी की भी कमी देखी जा रही है हमे उसका ध्यान रखना चाहिए ।
बच्चों को यथासंभव मोबाइल , लैपटॉप से दूर रखें । रेटीना रोग विशेषज्ञ डॉ कीर्ति अग्रवाल ने शुगर कंट्रोल पर जोर डालते हुए कहा कि शुगर कोई बीमारी नहीं बल्कि हमारी गलत दिनचर्या का परिणाम है । शुगर आंखों की पलकों से लेकर अंदर रेटीना अर्थात आंख के परदे को प्रभावित करती है ।बहुत से लोग रोजाना टहलते हैं लेकिन एक्टिव वॉक अर्थात तेज चलना अति आवश्यक है । यदि आप किन्ही कारणों से तेज नही चल पाते तो योग एवं प्राणायाम करें परंतु शुगर न बढ़ने दें ।
इस मौके पर लगभग 120 लोगों की निःशुल्क शुगर की जांच की गई जिसमे से 35 लोगों का शुगर नॉर्मल रेंज से बढ़ा हुआ आया और उनमें से 5 मरीजों को ज्ञात ही नही था कि उन्हें शुगर है। इस मौके पर स्तुति, रूमान, अजय, गोरख प्रसाद, मोनू , इत्यादि का विशेष सहयोग रहा।
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