जिला अस्पताल के चिकित्सक बाहर की दवा लिखने से बाज नहीं आ रहे
- धड़ल्ले से लिख रहे बाहर की दवा, पोल खुली तो भड़के, बताया दलाल नहीं..
- पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन और प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से की शिकायत..
Vasudev Yadav
अयोध्या। शासन-प्रशासन के निर्देश की बावजूद मरीजों की जेब ढीली करने के लिए चिकित्सक बाहर की दवा लिखने से बाज नहीं आ रहे।
शनिवार को फिर एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया और एक मीडिया कर्मी के हाथ चिकित्सक की ओर से बाहर की दुकान के लिए लिखी गई दो-तीन पर्ची हाथ लगी तो चिकित्सक भडक गया।
खुद दलाली खाने वाले चिकित्सक ने मीडिया कर्मी को ही दलाल करार दे दिया। पीड़ित मीडियाकर्मी ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर की है। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को फोनकर घटनाक्रम की जानकारी दी है।
एक दैनिक समाचार पत्र के संवाददाता विनय सिन्हा रोज की तरह समाचार संकलन के लिए शनिवार को भी जिला अस्पताल में था। इसी दौरान कई मरीज के तीमारदारों ने उनसे एक मेडिकल स्टोर का पता पूछा।
माजरा जानने के लिए उन्होंने पुन्छ्तान्छ की तो तीमारादारों ने बताया कि ओपीडी 15 नंबर कक्ष में बैठे चिकित्सक ने बाहर दवा की दुकान से दवा खरीदने के लिये छोटी पर्ची पर दवा लिखी है और इस मेडिकल स्टोर का नाम बताया है।
संवाददाता लोगों की पर्चियों की फोटो लने लगा तो यह बात किसी ने जाकर डाक्टर को बता दी कि पत्रकार आपकी प्राइवेट पर्ची पा गया है और छानबीन कर रहा है।
इसी बात को लेकर डा आशुतोष प्रताप सिंह भड़क गए और मौके पर पहुंच मीडिया कर्मी को ही दलाल करार दे दिया और धमकाया।
तत्काल पीड़ित पत्रकार ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर की है। साथ ही प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को उनके मोबाइल पर फोन कर पूरे घटना क्रम की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित का कहना हे कि जिला अस्पताल प्रशासन के मनाही के बावजूद उक्त चिकत्सक की ओर से प्राइवेट मेडिकोलीगल कर मोटी धन उगाही की जा रही है।
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