सम्राट अशोक जयंती पर पूरे भारत मे अवकाश घोषित करें - शिवा मौर्यवंशी

सरकार से देशवासियों की मांग सम्राट अशोक जयंती पर पूरे भारत मे अवकाश घोषित करें.

मौर्य साम्राज्य उत्तर में हिन्दुकुश, तक्षशिला की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी, सुवर्णगिरी पहाड़ी के दक्षिण तथा मैसूर तक तथा पूर्व में बांग्लादेश, पाटलीपुत्र से पश्चिम में अफ़गानिस्तान, ईरान, बलूचिस्तान तक पहुँच गया था। 

सम्राट अशोक का साम्राज्य आज का सम्पूर्ण भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यान्मार के अधिकांश भूभाग पर था. 

यह विशाल साम्राज्य उस समय तक से आज तक का सबसे बड़ा भारतीय साम्राज्य रहा है। 

चक्रवर्ती सम्राट अशोक विश्व के सभी महान एवं शक्तिशाली सम्राटों एवं राजाओं की पंक्तियों में हमेशा शीर्ष स्थान पर ही रहे हैं। 

सम्राट अशोक ही भारत के सबसे शक्तिशाली एवं महान सम्राट है। सम्राट अशोक को ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक' कहा जाता है, जिसका अर्थ है - ‘सम्राटों के सम्राट’, और यह स्थान भारत में केवल सम्राट अशोक को मिला है। 

सम्राट अशोक को अपने विस्तृत साम्राज्य से बेहतर कुशल प्रशासन एवं सम्राट अशोक प्रेम, सहिष्णूता, सत्य, अहिंसा एवं शाकाहारी जीवनप्रणाली के सच्चे समर्थक थे, इसलिए उनका नाम इतिहास में महान परोपकारी सम्राट के रूप में ही दर्ज हो चुका है। 

श्रीलंका, थाईलैण्ड, चीन इन देशों में आज भी अशोक स्तम्भ के रूप में देखे जा सकते है। 

सम्राट अशोक अपने पूरे जीवन में एक भी युद्ध नहीं हारे। सम्राट अशोक के ही समय में 23 विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई जिसमें तक्षशिला, नालन्दा, विक्रमशिला, कन्धार आदि विश्वविद्यालय प्रमुख थे। इन्हीं विश्वविद्यालयों में विदेश से कई छात्र शिक्षा पाने भारत आया करते थे। ये विश्वविद्यालय उस समय के उत्कृट विश्वविद्यालय थे। 

शिलालेख प्रारम्भ करने वाला पहला शासक सम्राट अशोक थे। मौर्य शासनकाल का दिया हुआ अशोक स्तंभ भारत का राष्ट्रीय चिन्ह तीनों सेनाओं के पास, यहां तक कि देश के प्रथम नागरिक आदरणीय राष्ट्रपति के सिराहने पर एवम प्रधानमंत्री जी के पास भी रहता है। 

सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक चक्र सम्राट अशोक महान के नाम पर दिया जाता है। लेकिन हमारे भारत देश मे ऐसे महान प्रतापी राजा का जन्म दिवस सरकारी रूप से नही मनाया जाता है। 

बिहार सरकार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार एवम माननीय उपेंद्र कुशवाहा व सम्राट चौधरी के सहयोग से बिहार में सम्राट अशोक अष्टमी के उपलक्ष्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित हो चुका है। समाजिक संगठनों एवम देश के युवाओ में सम्राट अशोक जयंती को लेकर बहुत ही उत्साह है। 

अखिल भारतीय मौर्य महासभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शिवा मौर्यवँशी के साथ जय किशन मौर्य (यशवी फार्मेसी), डॉ जगत नारायण मौर्य (मौर्य क्लिनिक), देशवासियो से अपील करते है कि कृपया सम्राट अशोक जयंती को एक त्यौहार के रूप में मनाएं एवम देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उ.प्र. के मुख्यमंत्री से आग्रह करते है कि सम्राट अशोक के सम्मान में  सार्वजनिक अवकाश घोषित करें।

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