एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर ज्योति बाबा ने बढ़ाई कानपुर की शान

प्रमुख संवाददाता

कानपुर। जिस शहर में 1200 से ज्यादा तंबाकू पान मसाला के ब्रांड निकलते हो, जहां पर 400 से ज्यादा अवैध हुक्काबार चल रहे हो ड्रग्स की बड़ी संख्या में सेवनकर्ता हो चुके हो, उस शहर में अखंड नशा मुक्ति युवा भारत की ज्योति को प्रज्वलित करते हुए ज्योति बाबा ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड,एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करना, यह किसी देवयोग चमत्कार से कम नहीं है इसीलिए श्रद्धेय ज्योति बाबा को सभी सामाजिक संगठनों द्वारा ना सिर्फ सम्मानित किया जाना चाहिए बल्कि उनके साथ भारत के बचपन को नशे के रोग से बचाने के लिए एक कदम जरूर चलना चाहिए,गंगा तट का छोरा ज्योति बाबा ने पिछले 35 वर्षों में लगातार सब सुखों को त्याग कर नशा मुक्ति युवा भारत के लिए 6000 से ज्यादा जन जागरूकता के कार्य बिना किसी सरकारी सहायता के किए हैं और ऐसा विषय ज्योति बाबा ने चुना जो सभी प्रमुख व्यक्तियों के लिए अछूत था लेकिन दृढ़ संकल्प व प्रखर मेधा शक्ति से बाबा ने वह कर दिखाया जो दूसरों के लिए असंभव लेकिन युवाओं के लिए प्रेरणादाई बन चुका है उपरोक्त बात एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल फोर्स के अजय द्विवेदी ने ओम श्याम जी मंदिर किदवई नगर साइट नंबर वन में आयोजित ज्योति बाबा के सम्मान समारोह में कहीं, अजय द्विवेदी नेशनल असिस्टेंट डिप्टी चीफ ने जोर देकर कहा कि हम सभी ज्योति बाबा को नेशनल ब्रांड एंबेसडर बनाते हुए विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से हुक्काबार से किशोर व युवाओं को बचाने के लिए विश्व तंबाकू निषेध दिवस से एक बड़ा अभियान छोड़ेंगे। 

सम्मानित होने के बाद अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने बताया कि नशा मुक्ति के क्षेत्र में विशिष्ट कार्यों के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड,एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने का पूरा श्रेय देश के समस्त नशा मुक्ति सेनानियों को देता हूं क्योंकि जिन्होंने भी नशा मुक्ति युवा भारत अभियान हेतु प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मदद की है हम उन्हीं की बदौलत आज यह नाम दर्ज करवा पाए हैं ज्योति बाबा ने अश्रुपूरित नेत्रों से बताया कि जब 35 वर्ष पूर्व एक  पढ़े-लिखे नौजवान ने घर की इच्छा के विरुद्ध केसरिया वस्त्र धारण कर नशा मुक्ति युवा भारत के लिए काम करने का संकल्प किया था तो मैंने अपने को छोड़कर के लगभग सभी मित्रों व पारिवारिक जनों को कष्ट ही दिया था लेकिन आज मेरी इस सफलता पर मेरे माता-पिता देवलोक से देखकर प्रसन्न हो रहे होंगे। मेरा संकल्प है कि भारत के बचपन को नशा, प्रदूषण, कुपोषण, हिंसा, बाल बंधवा मजदूरी व प्लास्टिक से बचाना। 

इस अवसर पर के के गुप्ता असिस्टेंट डिप्टी चीफ ने ट्रॉफी देने के बाद कहा कि ज्योति बाबा की यह अखंड तपस्या, त्याग, सेवा और समर्पण का ही परिणाम है कि उन्हें देश और दुनिया में प्रतिष्ठित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा पाए हैं हम विश्व तंबाकू निषेध दिवस के परिप्रेक्ष्य में तंबाकू मुक्त युवा में स्कूलों की भूमिका पर एक राष्ट्रीय सेमिनार कर नशा मुक्ति का शंखनाद करेंगे, जिससे हम कानपुर को तंबाकू व उससे संबंधित उत्पादों, हुक्काबारो के चलते मिले कैंसर सिटी के खिताब को धो सकेंगे,हम सभी स्कूल ज्योति बाबा के नशा मुक्ति युवा के श्रेष्ठ अभियान में तन मन धन से जुड़कर स्वस्थ भारत के संकल्प को साकार करेंगे।

टिप्पणियाँ