जो इतना जुल्म ढा रहे हो !

अनुपम मौर्य

जो इतना जुल्म ढा रहे हो!

देखना

एकजुट होंगे

वो तुम्हारी फासिस्ट 

विचारधारा को 

आग लगा देंगे 

तुम्हारी बन्दूकों को 

मिट्टी में धसा देंगे 

ऊंची ऊंची गाड़ियों में सवार 

जिन रास्तों से आते हो

मेरे गांव मोहल्ले 

को तबाह करने 

देखना उन रास्तों में 

गड्ढे खोदेंगे

और लाल रंग का 

पानी भर देंगें

ये नई पीढ़ी के बच्चे 

चुप नहीं बैठेंगे 

देखना उस पानी में 

छप छप खेलेंगे

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