एक बड़ी भूल?

हेमन्त कुशवाहा

उम्र साथ रहने के बावजूद भी इस धरती पर ऐसे मित्र लोगों की संख्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है, जो अपने मित्र साथी के  व्यवसाय, उसकी इज्जत, उसकी ख्याति, निजी पहचान, उसकी इन्कम, उसके खर्च, उसके शौक व उसकी कार्य क्षमता से भीतर ही भीतर जलते रहते हैं व उनके नीचे स्तर पर आने व उसकी किसी भी रूप में बेइज्जती होने का एक बड़ा सपना बराबर देखते रहते हैं.

..जिसकी झलक उनकी नजरों से, सोच से व व्यवहार से पता चल जाती है और वो हमेशा यही सोचता है कि मेरे किसी भी रहस्य को कोई समझ नहीं सकता है जो उसकी एक बड़ी भूल व गलत फहमी होती है।

टिप्पणियाँ