नौगजी मजार का तीन दिवसीय सालाना उर्स धूमधाम से मनाया गया



मुस्लिम एवं मुस्लिम एकता की मिसाल नौगजी स्मारक का उर्स बनाया गया

अयोध्या। अयोध्या के पीछे स्थित हजरत नूह अलैहस्सलाम (नौगजी समर) जहां का उर्स-ए-मुक़द्दस मनाया जाता है। सैकड़ो की पहचान में हर साल हिंदू-मुस्लिम लोग शामिल होते हैं।   



हजरत नूह अलैहस्सलाम नौगजी मजार का तीन दिव्य कार्यक्रम की शुरुआत 7 फरवरी को कुलसरफराज और कुरान खानी कार्यक्रम से हुई। सैकडो लोंगो ने विद्वान ने की। 

उर्स के दूसरे दिन 8 तारीख को कव्वाली का कार्यक्रम हुआ। 9 तारीख को उर्स के आखिरी दिन तकरीर और नात-ए-मुशायरा का कार्यक्रम हुआ जिसमें हिंदुस्तान के मशहूर मौलाना तशरीफ शामिल थे, नात-ए-मुशायरा के कार्यक्रम से कायरक्रम में चार चांद लग गए और नात-ए-मुशायरा का कार्यक्रम हुआ। 

नागाजी नवाजी के पीछे नागाजी मजाक से निकल कर अयोध्या में शामिल हुए।    

कार्यक्रम में हाजी सईद, मो.कलीम साही, दीपा शाबाम, मोहम्मद इम्तियाज, नफीस अहमद खान, सैफ खान, सोहेब खान, महताब खान, शि ज़ियाम, इमरान अस्करी, मो.नईम, आजम कादरी, मौलाना असलम, मौलाना अयूब, राजा मोहम्मद , अंकित, उमर, रिशु, ललित, प्रयुक्त, सैकडो लोग सामिल शामिल हैं।

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