चितरंगी-गढ़वा क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार फिर पकड़ा जोर

 

चितरंगी के बर्दी,चिकनी, गढ़वा के गोडग़वां में अवैध रूप से हो रहा रेत का भण्डारण, खाकी बर्दी बेखबर,शाम ढलते ही माफिया सक्रिय

पारसनाथ प्रजापति 

सिंगरौली। चितरंगी, गढ़वा थाना क्षेत्र में एक बार फिर से रेत कारोबारी पनपने लगे हैं। आरोप है कि खाकी बर्दी का संरक्षण इन रेत माफियाओं को मिलने लगा है। जहां शाम ढलते ही चितरंगी थाना क्षेत्र के बर्दी,चिकनी व गढ़वा के देवरा व नौडिहवा चौकी के गोडग़वां सोन नदी से रेत उत्खनन कर जगह-जगह खपाया जा रहा है। 

सोन नदी से रेत के अवैध उत्खनन से सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य व संबंधित थाने के जबावदेह अंजान हैं। वहीं रेत माफियाओं के फिर से सक्रिय होने पर प्रदेश सरकार की भी किरकिरी शुरू हो गयी है गौरतलब हो कि म.प्र.के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का सख्त निर्देश है कि किसी भी हालत में गौण खनिज का अवैध उत्खनन, परिवहन नहीं होगा। तो वहीं कलेक्टर भी प्रत्येक सप्ताह समीक्षा बैठक में सख्त निर्देश देते आ रहे हैं कि रेत, शराब, भू-माफियाओं के विरूद्ध सख्ती के साथ कार्रवाई करें। कलेक्टर, एसपी के सख्त निर्देश के बावजूद अंचल में अवैध रेत कारोबार फिर से जोर पकड़ लिया है। 

चर्चा है कि खाकी बर्दी का इन रेत माफियाओं संरक्षण मिल चुका है। सूत्र बताते हैं कि चितरंगी थाना क्षेत्र के चिकनी व बर्दी के सोन नदी से शाम ढलते ही रेत माफिया पूरी रात उत्खनन कर हाईवा, ट्रैक्टर, मिनी ट्रक वाहन से परिवहन कर जगह-जगह महंगे दामों पर खपा रहे हैं। गत दिवस की रात चिकनी में रेत माफिया रात भर सोन नदी से रेत का उत्खनन करते रहे। तो वहीं पुलिस कर्मी भी गश्त में लगे रहे। किन्तु उन्हें थाने के ठीक सामने मार्ग से गुजरने वाले हाईवा वाहनों पर नजर नहीं पड़ी। 

चर्चाओं के मुताबिक रेत माफिया चंद दिनों से रेत का अवैध उत्खनन, परिवहन में जुट गये हैं। जहां कुछेक कथित सत्ताधारी नेताओं का संरक्षण मिलने के भी आरोप लग रहे हैं। तो वहीं गढ़वा थाना क्षेत्र के देवरा में पिछले सप्ताह जेसीबी मशीन से सोन नदी तक पहुंचने के लिए रास्ता तैयार कराया गया है। तीसरे दिन रातभर आधा सैकड़ा ट्रैक्टर रेत का उत्खनन, परिवहन कर डम्पिंग स्थान में भण्डारित करने लगे। सोन नदी में रेत का यह खेल फिर से जोर पकड़ लिया है। ऐसे में अब खाकी बर्दी की कार्यप्रणाली भी जहां संदेह के घेरे में है वही थाना व चौकी प्रभारी के अंजान बने रहने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। 

गोडग़वां में रेत का अवैध भण्डारण

नौडिहवा पुलिस चौकी क्षेत्र के गोडग़वां गांव में रेत का अवैध भण्डारण फिर से शुरू हो गया है। पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर रेत का यह भण्डारण सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य क्षेत्र के अंदर रेत माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। किन्तु चौकी प्रभारी के साथ-साथ सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य का अमला बेखबर है। चर्चाएं यहां तक हैं कि रेत माफियाओं को इस अंचल के खाकी बर्दी से इशारा मिला हुआ है। जिनके संरक्षण में पीसीसी सड़क के किनारे गोडग़वां गांव में रेत भण्डारित है। यहां के सोन नदी से उत्खनन कर भण्डारित किया जा रहा है। जहां रात के समय तय स्थानों पर परिवहन कर दिया जाता है। 

सरकार की शुरू है किरकिरी 

चितरंगी, गढ़वा थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं की बढ़ती सक्रियता को लेकर प्रदेश सरकार की किरकिरी शुरू हो गयी है। क्षेत्र में जन चर्चाएं हैं कि इस कारोबार में कथित विपक्ष दल के छोटभैया नेताओं को मुह बंद करने के लिए उन्हें भी छूट दे दी गयी है, ताकि इस कारोबार में संलिप्त होकर विरोध न करें। तो वहीं सत्ताधारी दल के कथित छोटभैया नेता भी रेत के खेल में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में आरोप लगने लगा है कि शिवराज सरकार के राज में खनिज माफियाओं को संरक्षण मिला है। ऐसे में सरकार की किरकिरी होना लाजिमी है। 

सोन घडिय़ाल अमला भी बेखबर 

सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य बीछी-बगदरा के गोडग़वां गांव के पीसीसी सड़क के किनारे रेत का अवैध भण्डारण किया जा रहा है। सोन नदी से रेत का अवैध उखत्नन कर माफिया यहीं भण्डारित करते हुए रात में खपा दे रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि उक्त अमला की जानकारी में कहीं भी गौण खनिज का अवैध उत्खनन, परिवहन नहीं हो रहा है।

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